Masjid me Dakhil Hone ki Dua | मस्जिद में दाखिल होने की दुआ

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अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन आज की इस पोस्ट में बताने वाले हैं Masjid me Dakhil Hone ki Dua अगर आपने से इस पोस्ट को शुरू से आखिर तक अच्छे से समझ कर पढ़ लिए तो मस्जिद में दाखिल होने की दुआ याद हो जाएगा। Masjid me Dakhil Hone ki Dua लिख कर बताया है आसान भाषा हिंदी में और उर्दू में और इंग्लिश में जिससे आपको आद करने में आसानी हो.


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दोस्तों मस्जिद अल्लाह का घर होता है जिसे इबादत की घर भी कहा जाता है मतलब ऐसा जगह जो सबसे पाक व साफ़ जगह है जहाँ पर मुस्लमान नमाज़ जैसे इबादत करने के लिए आते है।

एक बात आप सभी को समझना होगा की मस्जिद में इबादत करने का सवाब घर में इबादत करने से कही ज्यादा होता है यानि जो शख्स घर में इबादत करता है तो उसको मस्जिद के अन्दर इबादत करने से 10 गुणा ज्यादा सवाब मिलता है।

मस्जिद में अल्लाह ता’अला का इबादत और ज़िक्र के अलावा कोई भी काम नहीं करना चाहिए क्युकी कुछ लोग दुनियावी काम करने लगते है।



मस्जिद के अन्दर जाते समय इन बातों का ख्याल रखें !


1) कपड़ा और शरीर को पाक रखें यानि कही पर नजासत लगी हो ऐसा कपड़ा ना पहने।

2) नापाकी हालत में मस्जिद के अंदर जाने से बचे।

3)अगर आप नापाकी हालत में मस्जिद के अन्दर जाकर नमाज़ पढ़ते हैं तो आपकी नमाज़ क़ुबूल नही होगी।

4) मस्जिद में जाते समय दाहिना पैर को सबसे पहले मस्जिद में रखें। कहा जाता है की हर अच्छे काम के शुरुवात करते वक्त आपको पहले दाहिना पैर ही अंदर रखना चाहिए।

5) मस्जिद के अंदर जाने की दुआ पढ़े और दुआ को तेज़ पढ़ना ज़रूरी नहीं है। इसे आप धीरे या मन में ही पढ़ सकते हैं।

6) जूते और चप्पल को मस्जिद के बाहर ही उतारे।




Masjid me Dakhil Hone ki Dua Kya Hai ?


Masjid जब आप मस्जिद के पास चले जाए और जब मस्जिद के अन्दर जाने लगे तो जाने से पहले अपना दाहिना पैर अन्दर रखे और निचे दिया हुआ दुआ पढ़े।


Masjid me Dakhil Hone ki Dua | मस्जिद में दाखिल होने की दुआ


Masjid me Dakhil Hone ki Dua in Arabic !


اَللّٰهُمَّ افْتَحْ لِيْ اَبْوَابَ رَحْمَتِکَ



Masjid me Jane ki Dua in Hindi !


अल्लाहुम्मफ़ तहली अब्वाबा रहमतिक.




मस्जिद में दाखिल होने की दुआ तर्जुमा के साथ !


ऐ अल्लाह मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाज़े खोल दे।




Masjid me Jane ki Dua in English !


Allahummaf Tah Li Abwaba Rahmatika.











आखिरी बात !


मस्जिद के अन्दर जाने से पहले कपड़ा और बदन दोनों पाक साफ़ होना चाहिए। मस्जिद के अन्दर बात करने से परहेज़ करे।

उम्मीद करते हैं के आपको यह आर्टिकल पसंद आई होगी,इसी तरह का इस्लामिक ज्ञान और जानकारी सीखना चाहते हैं तो इस पोस्ट के अपने दोस्तों और फॅमिली के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करे खुदा हाफिज।
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